JNU Elections: सीएए, इलेक्टोरल बॉन्ड, इजराइल-फिलिस्तीन…JNU छात्रसंघ चुनाव की डिबेट में इन मुद्दों का रहा शोर
JNU Student Union Elections 2024: प्रेसिडेंशियल डिबेट के दौरान जेएनयू का झेलम लॉन 'भारत माता की जय', 'जय भीम' और 'लाल सलाम' के नारों से गूंज उठा. बता दें कि चार साल के बाद जेएनयू छात्रसंघ चुनाव हो रहा है. 22 मार्च को वोटिंग होगी. 24 मार्च को इसका रिजल्ट आएगा.
जेएनयू छात्रसंघ चुनाव की प्रेसिडेंशियल डिबेट में सीएए, इलेक्टोरल बॉन्ड, इजराइल-फिलिस्तीन जैसे मुद्दों पर जमकर बहसबाजी हुई. इस दौरान सभी संगठनों के प्रत्याशियों ने अपने विजन प्रस्तुत किए. डिबेट की अध्यक्षता सुप्रीम कोर्ट ने रिटायर जस्टिस वी रामासुब्रमण्यन ने की. पिछले हफ्ते दिल्ली हाईकोर्ट ने इस साल के जेएनयूएसयू चुनावों के लिए उन्हें पर्यवेक्षक नियुक्त किया था.
डिबेट के दौरान सभी छात्र संगठनों के उम्मीदवारों ने मणिपुर हिंसा, सीएए, किसानों का विरोध, चुनावी बॉन्ड और इजराइल-फिलिस्तीन संघर्ष सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी. इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालय से संबंधित मुद्दे भी उठाए. इस बहस को देखने के लिए झेलम लॉन में छात्रों की एक बड़ी भीड़ उमड़ी थी. लॉन में जमकर नारेबाजी हुई. सभी संगठनों ने कार्यकर्ताओं ने जमकर नारे लगाए.
इन नारों से गूंज उठा JNU का झेलम लॉन
‘भारत माता की जय’, ‘जय भीम’ और ‘लाल सलाम’ के नारों से जेएनयू का झेलम लॉन गूंज उठा. 22 मार्च को होने वाले चुनावों के लिए जबरदस्त माहौल है. बता दें कि कोरोना महामारी के कारण चार साल के बाद जेएनयू छात्रसंघ चुनाव हो रहा है. साल 2023-24 के लिए जेएनयू छात्रसंघ चुनाव की वोटिंग 22 मार्च को होगी. दो चरणों में वोट पड़ेंगे. 24 मार्च को इसका रिजल्ट आएगा.
सपा कैंडिडेट ने की डिबेट की शुरुआत
डिबेट की शुरुआत समाजवादी पार्टी की छात्र शाखा से आराधना यादव के भाषण से हुई. यादव ने परिसर की सुरक्षा, महिलाओं के खिलाफ भेदभाव सहित अन्य मुद्दों पर बात की. संयुक्त वाम गठबंधन के उम्मीदवार धनंजय ने अपने भाषण की शुरुआत ‘लाल सलाम’ से की. इस दौरान उन्होंने विश्वविद्यालयों द्वारा लिए गए हायर एजुकेशन फंडिंग एजेंसी (HEFA) लोन के कारण बढ़ी हुई फीस पर चिंता जताई. इसके अलावा उन्होंने बेरोजगारी, भारत में विदेशी विश्वविद्यालयों के प्रवेश के माध्यम से शिक्षा के व्यावसायीकरण का मुद्दा भी उठाया.
धनंजय ने परिसर में पानी, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे से संबंधित मुद्दों से निपटने का वादा किया और देशद्रोह के आरोप के तहत हिरासत में लिए गए छात्र नेताओं की रिहाई की मांग की. उधर, आरएसएस से संबद्ध ABVP के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार उमेश चंद्र अजमीरा ने चुनाव में जीत का भरोसा जताया और छात्र संगठन के शासन के तहत विकास और छात्रों के अधिकारों की वकालत की.
वहीं, NSUI के उम्मीदवार जुनैद रजा और बीएपीएसए के विश्वजीत मिंजी ने भी जोशीले भाषण दिए. इस दौरान उन्होंने वामपंथी और दक्षिणपंथी दोनों दलों की जमकर आलोचना की. मिंजी ने छात्र समुदाय से उन्हें वोट देने की अपील की.