मुर्शिदाबाद हिंसा: 3 लोगों की मौत, पैरामिलिट्री तैनात, जानें अब तक की 10 बड़ी अपडेट

मुर्शिदाबाद हिंसा: 3 लोगों की मौत, पैरामिलिट्री तैनात, जानें अब तक की 10 बड़ी अपडेट

मुर्शिदाबाद में वक्फ कानून के विरोध में हुई हिंसा में आगजनी, तोड़फोड़, लूटपाट और पुलिस पर हमले की घटनाएं सामने आईं. इस दौरान 10 पुलिसकर्मी घायल हुए. वहीं हिंसा को लेकर राज्यपाल ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से बात की और पुलिस को कड़ी कार्रवाई का आदेश दिया. वहीं बीजेपी ने ममता बनर्जी पर प्रदर्शनकारियों को खुली छूट देने का आरोप लगाया.

पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में वक्फ बिल के खिलाफ जारी प्रदर्शन से जुड़ी हिंसक झड़पों में पिता-पुत्र समेत तीन लोगों की मौत हो गई, जिसके बाद पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को ऐलान किया कि राज्य में इस बिल को लागू नहीं किया जाएगा. वहीं सुती और शमशेरगंज जैसे इलाकों में बढ़ती अशांति के बीच, कलकत्ता हाईकोर्ट ने नेता प्रतिपक्ष शुभेंदु अधिकारी की याचिका पर सुनवाई करते हुए प्रभावित क्षेत्रों में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की तैनाती का आदेश दिया.

न्यायमूर्ति सौमेन सेन की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने कहा कि जब ऐसे हालात पैदा हो जाते हैं तो न्यायालय अपनी आंखें मूंदे नहीं रह सकता और आम लोगों को पर्याप्त सुरक्षा देने की जरूरत पर बल दिया. कोर्ट ने केंद्र और राज्य को 17 अप्रैल को अगली सुनवाई से पहले स्थिति पर विस्तृत रिपोर्ट पेश करने का भी निर्देश दिया.

बीएसएफ हर स्थिति के लिए तैयार

डीजीपी पश्चिम बंगाल के साथ अपनी बैठक पर, आईजी साउथ बंगाल फ्रंटियर, बीएसएफ, करणी सिंह शेखावत ने कहा कि हमें इस स्थिति में उनके साथ मिलकर काम करना है. इसी पर चर्चा हुई. हमने पुलिस की मदद के लिए अपनी 5 कंपनियां भेजी हैं. हम यहां पुलिस की मदद करने के लिए हैं. हम राज्य पुलिस की मांग के अनुसार काम करेंगे. हमें उम्मीद है कि यहां जल्द ही शांति बहाल हो जाएगी. अगर पुलिस को और कंपनियों की जरूरत होगी, तो हम उन्हें मुहैया कराएंगे. बीएसएफ हर स्थिति के लिए तैयार है.

अब तक की 10 बड़ी अपडेट

  1. मुर्शिदाबाद के सुती और शमशेरगंज में विरोध प्रदर्शन के हिंसक हो जाने से पिता-पुत्र सहित कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और 138 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है. प्रदर्शनकारियों को शांत करने के लिए सीएम ममता ने साफ किया कि वक्फ कानून केंद्र सरकार ने बनाया है, उनकी सरकार ने नहीं.
  2. मुख्यमंत्री ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि याद रखें, हमने वह कानून नहीं बनाया, जिस पर बहुत लोग नाराज हैं. यह कानून केंद्र सरकार ने बनाया है. इसलिए आप जो जवाब चाहते हैं, वह केंद्र सरकार से मांगना चाहिए. उन्होंने पूछा कि हमने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है. हम इस कानून का समर्थन नहीं करते. यह कानून हमारे राज्य में लागू नहीं होगा, तो दंगा किसलिए.
  3. केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने मुर्शिदाबाद हिंसा पर पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस कर बात की. केंद्रीय गृह सचिव ने पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी से यथाशीघ्र सामान्य स्थिति सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त कदम उठाने को कहा. गृह मंत्रालय ने कहा कि हिंसा प्रभावित मुर्शिदाबाद में स्थानीय तौर पर उपलब्ध लगभग 300 बीएसएफ कर्मियों के अलावा पांच और कंपनी तैनात की गईं. केंद्रीय गृह सचिव ने कहा कि केंद्र स्थिति पर करीब से नजर रख रहा है.
  4. पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा प्रभावित शमशेरगंज क्षेत्र में जाफराबाद स्थित एक घर में पिता और पुत्र के शव बरामद किए गए जिनके शरीर पर चाकू के निशान थे. मृतकों के परिवार ने आरोप लगाया कि अपराधियों ने उनके घर में लूटपाट की और दोनों पर चाकू से हमला किया. पुलिस ने बताया कि एक अन्य घटना में सुती के साजुर मोड़ पर झड़प के दौरान युवक गोली लगने से घायल हो गया और शनिवार शाम को मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में उसकी मौत हो गई. शनिवार को भी कुछ इलाकों में हिंसा हुई. शमशेरगंज के धुलियान में काम पर जाते समय एक नाबालिग लड़के सहित बीड़ी कारखाने के दो श्रमिकों को गोली मार दी गई.
  5. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) जावेद शमीम ने बताया कि अब तक कुल 138 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. केंद्र सरकार के वक्फ बिल के खिलाफ भड़की हिंसा के कारण बड़े पैमाने पर व्यवधान पैदा हुआ. प्रदर्शनकारियों ने पुलिस वाहनों को आग लगा दी, सड़कें जाम कर दीं और रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया. पूर्व रेलवे के न्यू फरक्का-अजीमगंज रेल मार्ग पर शुक्रवार को धुलियानगंगा और निमतिता स्टेशनों के बीच ट्रेन सेवाएं लगभग छह घंटे तक ठप रहीं.
  6. मुर्शिदाबाद के कई हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू कर दी गई है तथा स्थिति को और बिगड़ने से रोकने के लिए इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं. पुलिस महानिदेशक राजीव कुमार ने हिंसा में संलिप्त लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी. उन्होंने कहा कि यह अच्छाई और बुराई के बीच की लड़ाई है. अफवाहों को फैलाना बंद करना होगा. हम लोगों से अपील करेंगे कि वे कानून को अपने हाथ में न लें.
  7. सीएम ममता बनर्जी ने लोगों से शांत रहने और उकसावे में न आने की अपील की. उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि कृपया शांत रहें, संयमित रहें. धर्म के नाम पर किसी भी अधार्मिक गतिविधि में शामिल न हों. हर इंसान की जान कीमती है. जो लोग दंगे भड़का रहे हैं, वे समाज को नुकसान पहुंचा रहे हैं. उन्होंने कहा कि हम किसी भी हिंसक गतिविधि का समर्थन नहीं करते. कुछ दल राजनीतिक लाभ के लिए धर्म का दुरुपयोग करने की कोशिश कर रहे हैं. उनके बहकावे में न आएं.
  8. विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने वक्फ बिल का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और तोड़फोड़ किये जाने की जांच एनआईए को सौंपने की मांग की. उन्होंने कहा कि इसको लेकर विरोध करने वाली कोई बात नहीं थी, यह हिंसा पूर्व नियोजित थी. यह जिहादी ताकतों का लोकतंत्र और शासन पर हमला है, जो अपने प्रभुत्व का दावा करने और हमारे समाज के अन्य समुदायों के बीच भय फैलाने के लिए अराजकता चाहते हैं.
  9. उन्होंने कहा कि सार्वजनिक संपत्ति को नष्ट कर दिया गया, सरकारी अधिकारियों को धमकी दी गई, और भय का माहौल पैदा किया गया. यह सब असहमति की झूठी आड़ में किया गया. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने तृणमूल सरकार से मुर्शिदाबाद में कानून के शासन को सख्ती से लागू करने की अपील की. उन्होंने कहा कि राज्य में बीजेपी के सत्ता में आने पर अल्पसंख्यकों का एक वर्ग जो इस तरह की बर्बरता और गुंडागर्दी करता है, उसको रोक दिया जाएगा और कुचल दिया जाएगा.
  10. मजूमदार ने कहा, हिंदू शांतिप्रिय और अहिंसक हैं. लेकिन अगर मुर्शिदाबाद के कुछ इलाकों से हिंदुओं को बाहर निकालने का प्रयास किया जाता है, जहां मुस्लिम बहुसंख्यक हैं, तो बंगाल के हिंदू अपनी गरिमा, सम्मान और पहचान को बचाने के लिए विरोध करेंगे. इस पर पलटवार करते हुए तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव अभिषेक बनर्जी ने कहा कि विपक्ष राजनीतिक लाभ के लिए सांप्रदायिक सद्भाव बिगाड़ने की कोशिश कर रहा है.