बहराइच में आदमखोर भेड़ियों के ‘खूनी खेल’ के आगे लाचार प्रशासन, फिर एक बच्ची पर किया हमला, अब तक 10 की मौत
बहराइच जिले में आतंक का पर्याय बने खूंखार भेड़ियों ने शासन प्रशासन की नींद उड़ा रखी है. आदमखोर भेड़िए 10 लोगों को अपना शिकार बना चुके हैं. वन विभाग की टीमों ने अब तक 4 भेड़ियों को पकड़ लिया है.
उत्तर प्रदेश के बहराइच में आदमखोर भेड़ियों का आतंक थम नहीं रहा है. कड़ी निगरानी के बीच भी उनके हमले रुक नहीं रहे हैं. ताजा मामला सोमवार की आधी रात का है. जिले के थाना रामगांव इलाके के पडोहिया गिरधर पुरवा गांव में देर रात भेड़िए ने हमला कर मासूम बच्ची को घायल कर दिया. वह उसे दबोच कर जंगल की ओर ले जाना चाहता था, लेकिन ग्रामीणों के शोरगुल से भेड़िया बच्ची को घायल कर फरार हो गया.
भेड़िए ने जब हमला किया तो बच्ची की चीख निकल गई. बच्ची की आवाज सुनकर परिजनों की नींद खुल गई. परिजनों ने शोर मचाना शुरू कर दिया. चीख-पुकार सुन गांव के ग्रामीण भी जाग गए. ग्रामीणों का शोरगुल सुनकर खूंखार भेड़िया बच्ची को छोड़कर फरार हो गया. सूचना पाकर क्षेत्रीय विधायक गांव में पहुंच गए. खूंखार भेड़ियों को सर्च किया जा रहा है. उन्हें तलाशने के लिए वन विभाग की टीमें लगी हुई हैं.
5 साल की बच्ची पर हमला
बहराइच में भेड़ियों के निशाने पर बच्चे बने हुए हैं. सोमवार देर रात को आदमखोर भेड़िए ने फिर से एक बच्ची का शिकार करना चाहा. गांव में अपनी मां के साथ सो रही 5 साल की अफसाना पर भेड़िए ने झपट्टा मारा. उसने बच्ची पर जानलेवा हमला करते हुए उसकी गर्दन पकड़ने का प्रयास किया. इस बीच बच्ची के चिल्लाने की आवाज सुनकर परिजन जाग गए और उन्होंने शोर मचा दिया. गांव में भेड़िया आने का शोर मच गया. ग्रामीणों का शोरगुल सुनकर खूंखार भेड़िया बच्ची को छोड़ भाग गया.
पांच वन प्रभागों की 25 टीमें कर रहीं सर्च
सूचना मिलते ही मौके पर क्षेत्रीय विधायक सुरेश्वर सिंह गांव पहुंच गए. उन्होंने घायल बच्ची को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया. वन विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, अभी 2 भेड़िए बचे हुए हैं. उन्हें पकड़ने का प्रयास किया जा रहा है, जबकि ग्रामीणों का कहना है कि भेड़ियों को संख्या कहीं अधिक है. महसी तहसील में भेड़ियों की तलाश में पूरा प्रशासन पहुंच चुका है. भेड़ियों को पकड़ने के लिए 4 पिंजरे लगाए गए हैं. उनकी हर एक हरकत पर ड्रोन कैमरे के जरिए नजर रखी जा रही है. 200 पीएसी के जवान, राजस्व विभाग की 32 और वन विभाग की 25 टीमें डटी हुई हैं.