Shaliza Dhami: हिंदुस्तान की बेटी अब करेगी पाकिस्तान का सामना, फ्रंटलाइन फोर्स में शामिल

Group Captain Shaliza Dhami IAF: भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी अब पाकिस्तान का सामना करने वाले फ्रंटलाइन फोर्स का हिस्सा होंगी. इस पोस्ट पर पहुंचने वाली वह पहली महिला हैं.
IAF Group Captain Shaliza Dhami: ग्रुप कैप्टन शालिजा धामी अब पश्चिमी क्षेत्र में पाकिस्तान का सामना करने वाले फ्रंटलाइन फोर्स की कमान संभालेंगी. भारतीय वायुसेना में ऐसा करने वाली वह पहली महिला हैं. इनके अलावा 18 महिला अधिकारी ऐसी हैं जो फाइटर पायलट के रूप में सुपरसोनिक जेट विमानों में ऊंची उड़ान भर रही हैं. ग्रुप कैप्टन धामी 27 मार्च को पंजाब में सरफेस-टू-एयर मार करने वाली मिसाइल स्क्वाड्रन की बागडोर संभालेंगी.
2003 में एक हेलीकॉप्टर पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में शामिल हुईं, ग्रुप कैप्टन धामी के पास 2,800 घंटे से ज्यादा का उड़ान अनुभव है और वह चीता और चेतक हेलिकॉप्टरों पर एक QFI (क्वालिफाइड फ्लाइंग इंस्ट्रक्टर) हैं. उन्होंने भारतीय वायुसेना द्वारा फ्रंटलाइन कॉम्बैट यूनिट की कमान संभालने वाली पहली महिला के रूप में चुने जाने से पहले, उन्होंने पश्चिमी क्षेत्र में एक हेलीकॉप्टर यूनिट की फ्लाइट कमांडर के रूप में भी काम किया. एक अधिकारी ने मंगलवार को कहा, दो मौकों पर एयर ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ द्वारा भी उनकी सराहना की गई है.
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मिग, सुखोई, राफेल भी उड़ा रही महिलाएं
भारतीय वायुसेना में अब मिग-21, मिग-29, सुखोई-30 एमकेआई और यहां तक कि राफेल जैसे फाइटर जेट उड़ाने के लिए 18 महिला पायलट वायु सेना की हिस्सा हैं. इतना ही नहीं महिलाओं को पंख देते हुए नौसेना में फ्रंटलाइन युद्धपोतों पर लगभग 30 महिलाएं अधिकारी के रूप में काम कर रही हैं.भारतीय वायुसेना, सेना और नौसेना में 145 से ज्यादा महिला हेलीकॉप्टर और कार्गो विमान पायलट भी हैं.
सेना में प्रमोशन के लिए चुनी गई महिलाएं
ग्रुप कैप्टन धामी का एक कॉम्बैट यूनिट को कमांड करने के लिए ऐसे समय में चुना गया है जब 108 महिलाओं को “कॉम्बैट-सपोर्ट आर्म्स” और कॉर्प्स ऑफ इंजीनियर्स, सिग्नल, ऑर्डनेंस जैसी सेवाओं में पहली बार कर्नल (सिलेक्ट) रैंक पर प्रमोशन को मंजूरी मिली है. महिलाओं को अभी भी इन्फेंट्री, बख़्तरबंद कोर और मकेनाइज्ड इन्फेंट्री में शामिल होने की इजाजत नहीं है. सेना अब आर्टिलरी रेजिमेंट में महिला अधिकारियों को नियुक्त करने के लिए आगे बढ़ रही है, जिसमें 280 से ज्यादा यूनिट्स हैं, जो विभिन्न प्रकार के होवित्जर, बंदूकें और कई-लॉन्च रॉकेट को संभालती हैं.
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