श्रीनगर पुलिस की पहल, QR कोड स्कैन कर आम लोग दे सकेंगे फीडबैक

श्रीनगर पुलिस की पहल, QR कोड स्कैन कर आम लोग दे सकेंगे फीडबैक

कश्मीर पुलिस ने एक नया क्यूआर कोड आधारित फीडबैक सिस्टम शुरू किया है, जिससे जनता पुलिस को आसानी से फीडबैक दे सकती है. इसका उद्देश्य नए आपराधिक कानूनों से त्वरित और निष्पक्ष न्याय सुनिश्चित करना है.

श्रीनगर पुलिस ने गुरुवार को क्यूआर कोड-आधारित जवाबदेही और फीडबैक सिस्टम स्थापित किया, जिसके केंद्र जिले के सभी पुलिस स्टेशनों में स्थापित किए जा रहे हैं. इससे आम लोग क्यूआर कोड स्कैन को पुलिस को फीडबैक के साथ-साथ सूचनाएं दे पाएंगे. नए आपराधिक कानूनों पर जागरूकता कार्यक्रम के दौरान पत्रकारों से बात करते हुए श्रीनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इम्तियाज हुसैन ने कहा कि यह सिस्टम निवासियों को फीडबैक साझा करने और पुलिस से उनकी अपेक्षाओं को बताने की अनुमति देगा.

उन्होंने कहा कि यदि किसी भी बदलाव की आवश्यकता है, तो उसे तदनुसार लागू किया जाएगा. जैसी जरूरत होगी और लोगों को फीडबैक मिलेगा. उसके अनुसार आगे की कार्रवाई की जाएगी.

निष्पक्ष और त्वरित न्याय प्रदान करने की पहल

एसएसपी ने कहा कि कश्मीर में शांति अनगिनत बलिदानों के बाद आई है. उन्होंने कहा कि पिछले 35 वर्षों में, आतंकवाद और अन्य मुद्दों ने बहुत पीड़ा दी है. हालांकि, केंद्र, जम्मू-कश्मीर सरकार, पुलिस और स्थानीय लोगों के प्रयासों के कारण, हमने सफलतापूर्वक शांति का माहौल बनाया है. अब, इस शांति की रक्षा करना सभी की जिम्मेदारी है.

उन्होंने यह भी कहा कि नए आपराधिक कानूनों के माध्यम से सरकार का उद्देश्य “स्वतंत्र और तेज न्याय” प्रदान करना और पुलिस, न्यायपालिका और अभियोजन सहित आपराधिक न्याय तंत्र को जवाबदेह बनाना है.

नशा मुक्त भारत अभियान पर वाद-विवाद प्रतियोगिता

दूसरी ओर, नशीली दवाओं के दुरुपयोग के खतरों और समाज पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक ठोस प्रयास में, हंदवाड़ा में पुलिस ने सरकारी बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल, हंदवाड़ा में नशा मुक्त भारत अभियान विषय पर एक वाद-विवाद प्रतियोगिता आयोजित की.

इस कार्यक्रम में छात्रों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखी गई, जिन्होंने नशीली दवाओं की लत के बढ़ते खतरे, युवाओं पर इसके प्रतिकूल प्रभावों और इस खतरे को खत्म करने में समाज की सामूहिक जिम्मेदारी पर अपने विचार व्यक्त किए. वक्ताओं ने नशा मुक्त भारत प्राप्त करने में शिक्षा, माता-पिता के मार्गदर्शन और कड़े कानून प्रवर्तन के महत्व पर जोर दियाय

इस कार्यक्रम में वरिष्ठ पुलिस अधिकारी, स्कूल के शिक्षक और विशिष्ट अतिथि शामिल हुए, जिन्होंने छात्रों को उनके विचारोत्तेजक भाषणों के लिए सराहना की. सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वालों को उनके प्रयासों की सराहना के प्रतीक के रूप में प्रमाण पत्र और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया.

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने सभा को संबोधित करते हुए नशीली दवाओं के दुरुपयोग से निपटने के लिए पुलिस की प्रतिबद्धता की पुष्टि की और युवाओं से जागरूकता फैलाने में सक्रिय रूप से योगदान देने का आग्रह किया. उन्होंने आश्वासन दिया कि मादक द्रव्यों के सेवन के खिलाफ युवा मस्तिष्कों को शिक्षित और सशक्त बनाने के लिए इस तरह की पहल जारी रहेगी.