ओपी राजभर पंचायती राज, दारा सिंह चौहान बने कारागार मंत्री, यूपी सरकार के मंत्रियों को मिला विभाग
योगी सरकार ने हाल ही में नियुक्त हुए मंत्रियों के विभाग का बटवारा कर दिया है. ओम प्रकाश राजभर को पंचायती राज विभाग व अल्प संख्यक कल्याण मंत्रालय दिया गया है वहीं दारा सिंह चौहान को कारागार मंत्री बनाया गया है.
2024 के लोकसभा चुनाव को देखते हुए योगी सरकार ने यूपी के मंत्रिमंडल का विस्तार किया था. भजपा यूपी में ये बताना चाहती है कि हम सभी छोटे दलों का सम्मान करते हैं और उन्हें साथ लेकर चलते हैं. मंगलवार को यूपी सरकार ने सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को पंचायती राज विभाग व अल्प संख्यक कल्याण मंत्रालय दिया.
सपा से इस्तीफा देकर भाजपा में आयें दारा सिंह चौहान उपचुनाव हार गए थे, इसके बावजूद बीजेपी ने इन्हें एमएलसी बनाया और मंत्रिमंडल में भी जगह दी. इन्हें कारागार मंत्रालय की कमान सौंपी गयी है. पश्चिमी यूपी में ये बड़ा वोट बैंक साधने के लिए बीजेपी ने आरएलडी के कोटे से अनिल कुमार को मंत्री बनाया था. इन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का मंत्रालय दिया गया है. धर्मवीर प्रजापति को नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड का बनाया है.
सुनील कुमार शर्मा को आईटी एवं इलेक्ट्रॉनिक्स का मंत्रालय दिया गया है. विधानसभा चुनाव में सबसे अधिक वोटों से जीतने का रिकार्ड उनके नाम है. गाजियाबाद की साहिबाबाद सीट से वे दो लाख से भी अधिक वोटों से जीते थे. यूपी में बीजेपी का बेस वोट ओबीसी है. अब बीजेपी की नजर दलित वोटों पर भी है. इसके लिए बीजेपी ने अपने साथ छोटे दलों के नेताओं को भी मंत्रालय की जिम्मेदारी दी है. आज बीजेपी ने सभी मंत्रियों को मंत्रालय सौंप दिए हैं.
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राजभर वोट का मिलेगा फायदा
गोरखपुर, वाराणसी, सीतापुर, गाजीपुर, मऊ, बलिया, आजमगढ़, देवरिया, गोरखपुर, वाराणसी, सीतापुर, हरदोई और वाराणसी जैसे कई जिलों में राजभर वोटर जीत और हार तय कर सकते हैं. पिछले लोकसभा चुनाव में घोषी, गाजीपुर और आजमगढ़ जैसी सीटों पर बीजेपी हार गई थी. इस बार पार्टी किसी भी तरह की चूक नहीं करना चाहती है. इसीलिए ओम प्रकाश राजभर के विवादित बयानों के बावजूद एनडीए में उनकी वापसी कर ली गयी थी. सुहेसदेव भारतीय समाज पार्टी के छह विधायक हैं. गैर यादव और पिछड़ों में राजभर वोटर अब निर्णायक हो गए हैं.
पश्चिमी यूपी भी बड़ा वोट बैंक
पश्चिमी यूपी से अनिल कुमार को मंत्री बनाया गया है. इन्हें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी का मंत्रालय दिया गया है. ये दो बार बीएसपी से भी विधायक रह चुके हैं. ये जाटव बिरादरी से आते हैं. पश्चिमी यूपी में ये काफी बड़ा वोट बैंक है. आरएलडी के एनडीए में आ जाने से जाट वोट बैंक अब पूरी तरह से एनडीए के साथ है. इसीलिए अनिल कुमार इस समीकरण में फिट बैठते हैं. ये मुजफ्फरनगर के पुरकाजी से विधायक हैं.